देवभूमि हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में बढ रहे महिलाओं के खिलाफ अपराध के पिछले 5 साल के आंकड़े चिंता का विषय है । प्रदेश में पिछले 5 साल मे बलात्कार के 1309 केस सामने आए हैं।
हाल ही में दसवीं क्लास की छात्रा से गैंगरेप और हत्या के मामले में प्रदेश को समूची दुनिया में शर्मिंदा होना पड़ा। कोटखाई गैंगरेप और हत्या मामले की ही तरह कुल्लू जिले के भुंतर में 8 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी।
हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े समाज के लिए भी चिंता का विषय हैं। मनोचिकित्सक इसके पीछे नशाखोरी, बेरोजगारी और धन के अत्याधिक प्रवाह (Huge Money) को कारण बता रहे हैं।
ये आकंड़े हैं चिंता का विषय
इसी वर्ष 2017 कोटखाई की घटना से पहले बलात्कार के 105 मामले के सामने आ चुके थे।वर्ष 2012 में हिमाचल प्रदेश में बलात्कार के 183 केस रिपोर्ट किए गए। 2013 में यह आंकड़ा 183 से बढक़र 250 हो गऐ। वर्ष 2014 में बलात्कार के 284 केस दर्ज हुए।
2 साल मे यानी वर्ष 2015 और 2016 में 244 बलात्कार के केस प्रति वर्ष दर्ज हुए।5 साल के अंतराल में महिलाओं से छेड़छाड़ के 2289 केस दर्ज किए गए।
इस बुराई से बचने के लिए हमें कानून को भी कठोर बनाना पड़ेगा जिसके डर से मनचले ऐसी घिनोनी हरकत नहीं करेंगे। साथ ही साथ हमें लड़कियों तथा महिलाओं को भी सशक्तिकरण की दिशा में भरपूर सहयोग देना चाहिए ताकि वह किसी भी ऐसी स्थिति का डटकर सामना कर पाए।
news source: eenaduindia
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