हिंदुस्तान टाइम्स अखबार के साथ हुई बातचीत में प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता कानून और व्यवस्था बहाल होगी, जो उनके मुताबिक वीरभद्र सिंह की अध्यक्षता वाली कांग्रेस सरकार के तहत पिछले पांच वर्षों में बदतर हो गई है।
उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की पूरे राज्य में चुनाव रैलियों के साथ, जनता का मन ही ऐसा है कि कांग्रेस का सफाया हो जाएगा। वीरभद्र शासन भ्रष्टाचार और गलत प्रशासन का प्रतीक है और लोगों ने इसे उखाड़ फेंकने का फैसला किया है।

PM Modi
कांग्रेस पार्टी के किसी भी बड़े नेता के हिमाचल प्रदेश में प्रचार के नाम आने पर धूमल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले ही हार मान चुकी है और हार का सारा ठीकरा वीरभद्र सिंह के सिर फोड़ेगी।

Prem Kumar Dhumal
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अपनी पार्टी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के प्रति अपनी पार्टी के भीतर किसी भी गुटबाजी का सामना करना पड़ रहा है ? इस पर धूमल ने कहा कि हर कोई “कमल” के लिए काम कर रहा है तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पहले ही सभी नेताओं और कर्मचारियों को संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लेखक के विचार
मेरा मानना है कि दोनों पार्टियां अपना पूरा दमखम दिखाते हुए लोगों को लुभाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। पर आज का वोटर भी काफी समझदार हो गया है तथा वह आरोप-प्रत्यारोप व वादे तथा दलीलों से उपर उठकर तर्क को ज्यादा महत्व देते हैं। अब देखना यह होगा की जनता-जनार्दन क्या फैसला करती हैं।
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