हिमाचल में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत प्राप्त हुआ है, साथ ही बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे प्रेम कुमार धूमल अपनी सीट से हार चुके हैं। इसी के साथ ही बीजेपी में हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अभी तक संशय था। जीत के चार दिन बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नही बना पाई।
हिमाचल पार्टी प्रभारी मंगल पांडेय ने पिछले ही शिमला में भाजपा विधायक दल के साथ बैठक की। इस बैठक में बीजेपी पार्टी हाई कमान कि और से पार्टी पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे , वहीं प्रेम कुमार धूमल ने जय राम ठाकुर के नाम पर सहमति जताई गई थी।
हालांकि सीएम पद कि रेस में सबसे आगे नाम जय राम ठाकुर का चल रहा था। पांच दिन के बाद आखिरकार बीजेपी ने मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया गया।
जय राम ठाकुर हिमाचल के मुख्यमंत्री की जल्द ही शपथ ग्रहण करेंगे। जय राम ठाकुर की नजदीकियां प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से काफी करीबी रही हैं।
प्रधानमंत्री ने भी हिमाचल में चुनाव प्रचार करते समय काफी बार जय राम ठाकुर की तारीफ की और कहा था कि चुनाव जीतने पर इन्हें विधायक दल में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद कयास लगाए जा रहे थे की जय राम ठाकुर मुख्यमंत्री बन सकते है।
कौन है जय राम ठाकुर
जय राम ठाकुर का जन्म 6 जनवरी 1965 को तांदी (थूनग के निकट) में हुआ था। जय राम ठाकुर जेथू राम ठाकुर के पुत्र हैं। जय राम ठाकुर हिमाचल प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे है। वह हिमाचल प्रदेश कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री और पंचायत राज मंत्री थे। वह मंडी से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने 1998 के साल में अपना पहला चुनाव जीता है।
प्रदेश में अभी तक अधिकतर बार राजपूत वर्ग से बना है सीएम!
हिमाचल प्रदेश में जातीय समीकरण के हिसाब से देखा जाए तो अभी तक हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर मुख्यमंत्री राजपूत समुदाय से तालुक रखते हैं।
हालांकि हिमाचल प्रदेश के आधे मतदाता जिन वर्गों में दलित (26%)
जनजाति (6%)
पिछड़े वर्ग (15%) के करीब हैं,
उन से आजतक कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन पाया।
इसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ किया था कि चाहे गुजरात हो या हिमाचल प्रदेश, मुख्यमंत्री की कमान एक युवा नेता के हाथों में होगी।
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