कांगड़ा जिले का मुख्यालय धर्मशाला है। जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 1597 मीटर है। इसका क्षेत्रफल 5739 वर्ग किलोमीटर है। जनसंख्या के हिसाब से कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है| कांगड़ा जिले के कुछ आंकड़े:
जनसंख्या 15,07,223
लिंग अनुपात 1013
जनसंख्या घनत्व 263
साक्षरता दर 86%
कांगड़ा का इतिहास
कांगड़ा को पुराने समय मे त्रिगर्त नाम से जाना जाता था। यह हिमाचल की सबसे पुरानी रियासत थी जिसकी राजधानी नगरकोट थी। त्रिगर्त रियासत की स्थापना सुशर्माचंद्र ने की थी। सुशर्माचंद्र ने ही नगरकोट किले का निर्माण करवाया था।
त्रिगर्त रियासत पर काफी आक्रमण भी हुए जो इस प्रकार है:
1009ई. में महमूद गजनबी ने आक्रमण किया। 1337ई. में मोहम्मद बिन तुगलक ने आक्रमण किया।
1365ई. में फिरोजशाह तुगलक ने आक्रमण किया।1540ई. मे शेरशाह सूरी ने आक्रमण किया और 1620ई. मे जहांगीर ने कांगड़ा के किले पर आक्रमण किया।
1809 में संसारचंद और महाराजा रणजीत सिंह के बीच ज्वालामुखी संधि हुई।
कांगड़ा का हिमाचल प्रदेश में विलय
1864ई. से 1 नवंबर 1966 तक कांगड़ा पंजाब का हिस्सा था। 1 नवंबर 1966को कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में मिलाया गया। 1 सितंबर 1972 को कांगड़ा जिला अपने पूर्ण स्वरूप में आया। कुछ समय बाद कांगड़ा जिले को 3 भागों मे बांटकर ऊना,हमीरपुर जिलों का निर्माण किया गया।
कांगड़ा जिले में स्थित कुछ महत्वपूर्ण स्थान
कांगड़ा जिले के धर्मशाला मे केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित है।
कांगड़ा के पपरोला में आयुर्वेदिक कॉलेज है इसका निर्माण 1978 में हुआ था।
टांडा मेडिकल कॉलेज यह मेडिकल कॉलेज कांगड़ा जिले में स्थित है। यह मेडिकल कॉलेज हिमाचल में IGMC शिमला के बाद दूसरा सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है।
कांगड़ा के पालमपुर में कृषि विश्वविद्यालय है इसकी स्थापना 1978 में की गई थी।
कांगड़ा के धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय भी है।
कांगड़ा के कुछ मुख्य पर्यटन स्थल
मैकलोडगंज यह स्थल धर्मशाला में पड़ता है। यह जगह बौद्ध धर्म के गुरु दलाई लामा का निवास स्थल है।
धर्मशाला को छोटा ल्हासा के नाम से भी जाना जाता है।धर्मशाला मे सेंट जोंस चर्च प्रसिद्ध है।
हिमाचल में सबसे सर्वाधिक वर्षा धर्मशाला स्थान पर होती है जो प्रतिवर्ष 340सेमी. है।
तिब्बत की निर्वासित सरकार का मुख्यालय धर्मशाला मे स्थित है।
कांगड़ा के धर्मशाला में सबसे ऊंचाई पर स्थित क्रिकेट स्टेडियम है। जहां पर अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच भी खेलें जा चुके हैं।
धर्मशाला का निर्माण 1946 में लार्ड मैकलोड ने किया था।
कांगड़ा में डल झील स्थित है। जो की प्राकृतिक झील है।
पोंग झील कांगड़ा जिले में स्थित है यह कृतिम में झील है।
कांगड़ा के कुछ धार्मिक स्थान
कांगड़ा के मशहूर मसरूर रांक कट मंदिर को हिमाचल का एलोरा कहते हैं।
ज्वालामुखी मंदिर :-यह कांगड़ा जिले में स्थित है अकबर ने इस मंदिर पर सोने का छत्र चढ़ाया था।
बृजेश्वरी मंदिर इस मंदिर को महमूद गजनवी ने लूटा था मंदिर कांगड़ा जिले मे है।
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3 Responses
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